2 पार्टी पे चल रहा उत्तर प्रदेश का चुनाव: अखिलेश का रफतार हुआ तेज
उतर प्रदेश विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले BSP party (बहुजन समाज पार्टी ) और Congress (कांग्रेस) छोटे लोगो सिमटते हुआ दिख रहे हैं| ऐसा लग रहा है कि राज्य का विधानसभा चुनाव दो तरफा होगा, जहा देखने में आ रहा हैं की एक तरह समाजवादी पार्टी (SP) और वही दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सीधे एक दुसरे से सामना होगा| ऐसा देख के लग रहा हैं कि पिछला चुनाव 2017 के मुकाबले अखिलेश यादव अपना पूरा बेहतर प्रदर्शन दे रहे और वही भारतीय जनता पार्टी भी अपना बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं| जबकि ये देखना बाकि हैं की एस बार किसकी पार्टी सफल हो सकती हैं|
अमित शाह का मास्टरक्लास
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह “मास्टरक्लास” वाराणसी में आयोजन किया जिसमे लगभग 36 नेताओ से Newsnasha की टीम बात की और उससे पता चला हैं कि भारतीय जनता पार्टी मान रही हैं कि जैसे 2017 में 325 सीटो का प्रदर्शन हुआ था वैसे होना अब शायद मुमकिन नही| क्युकि विरोधी पार्टी अपना राजनीती इतिहास के चलते कुछ नुक्सान कर सकती हैं लेकिन अपनी पार्टी की सत्ता कभी गवाना नही चाहती हैं|
वाराणसी में हुए बैठक
वाराणसी में हुआ बैठक के बाद बीजेपी के बड़ी सीटो को सम्भालने वाले नेताओ ने बताया की “ इस बार का चुनाव सत्ता से बाहर रहना काफी नही होगा क्युकि हम फिर भी चुनाव जित जायेंगे| योगी आदित्यनाथ और नरेंद्र मोदी की दोहरी अपील के अलावा कमजोर तथा अलग हुआ विपक्ष पार्टी भी बड़ी सम्पति हैं” एक किसी नेता ने कहा हैं की सपा-बसपा गठबंधन और सपा-कांग्रेस गठबंधन बीजेपी के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन सकता था| किसी एक नेता ने ये कहा हैं की “बिना विपक्षी गठबंधन के भी सपा पार्टी लगभग 20 फीसदी वोट हासिल कर सकती है, कांग्रेस लगभग 5-10 फीसदी वोट हासिल कर सकती हैं तथा भाजपा को लगभग 40 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिल सकते हैं|
पार्टी का गठ्बंदन
प्रियंका गाँधी ने रविवार को बताया की कांग्रेस उत्तर प्रदेश का चुनाव अकेले ही लड़ना चाहती हैं| बसपा और सपा ने भी एक दुसरे के साथ गंठबंधन से मना कर दिया हैं| किसी सपा नेता ने कहा हैं की “ये एक दोधुरा चुनाव हो गया हैं और वोटर ये बात जानते हैं की कांग्रेस और बसपा को वोट देने का कोई मतलब नही हैं |भाजपा के जो विरोधी हैं उनके वोट सपा को ही मिलेंगे| मुस्लिम, यादवों और अन्य पिछड़े वर्ग के वोट भी सपा को मिल सकते हैं”
पूर्वांचल के सपा नेता ने कहा
पूर्वांचल के सपा नेता ने कहा हैं कि “बीजेपी में उत्तर प्रदेश के सीऍम के तौर पर योगी आदित्यनाथ का चुनाव अखिलेश यादव के विपक्ष चुनाव में ज्यादा सूट करता हैं| ये चुनाव के बाद लोगो के बीच ध्रुवीकरण करते हैं और चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम बनाते हैं| “ राशन की कीमते, महंगाई, गैस, पेट्रोल की कीमते भी जमीं पे सपा पार्टी के अभिमान को मजबूत बना रही हैं|
उत्तर प्रदेश के पिछले चुनाव को सम्भालने वाले केंद्रीय मंत्री ने कहा हैं की एस बार की चुनाव से ये पता चलेगा की अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव की पार्टी ख़त्म करने में अखिलेश यादव और अजित सिंह होंगे या नही| उन्होंने ये भी कहा हैं की “ सबसे पहले अखिलेश यादव 2017 मई कांग्रेस के साथ आये थे और उसके बाद 2019 में बसपा के साथ में आये थे | और अब ये छोटी पार्टी के साथ आ रहे हैं| अजित सिंह ने भी अपने पार्टी के बिरुद्ध समझौता कर के अपने पिता के विरासत के साथ ऐसा ही कुछ किया था|
0 Comments